किसी जीव को कष्ट देकर तुम मुझे खुश कैसे देख सकते हो

Lord Krishna

जो हुआ अच्छा हुआ , जो होगा अच्छा होगा स्वयं को मुझ पर छोड़ दो अपने कर्म पर ध्यान दो कर्म ऐसा जो स्वार्थ , रहित पाप रहित हो।

Lord Krishna

दुष्ट लोग अगर समझाने मात्र से समझ जाते तो यकीन मानो महाभारत कभी ना होता।

Lord Krishna

ज्यादा हंसने और बोलने वाला व्यक्ति अगर चुप हो जाए तो मान लेना वह भीतरसे टूट चुका है

Lord Krishna

जिंदगी में सदैव अवसरों का आनंद लेना चाहिए लेकिन किसी के भरोसे को तोड़कर नहीं।

Lord Krishna

कभी भी स्वयं पर घमंड मत करना पत्थर भी भारी होकर पानी में अपना वजूद खो देता है।

Lord Krishna

जीवन ना तो भविष्य में है और ना ही अतीत में जीवन तो बस इस पल में है , केवल इस पल में।

Lord Krishna

फल की अभिलाषा छोड़कर कर्म करने वाला पुरुष ही अपने जीवन को सफल बनाता है

Lord Krishna

जिस व्यक्ति को आपकी कदर नहीं उसके साथ खड़े रहने से अच्छा  आप अकेले रहें

Lord Krishna

हद से ज्यादा सीधा-साधा होना भी ठीक नहीं क्योंकि जंगल में सबसे पहले सीधे पेड़ों को काटा जाता है

Lord Krishna